अल-ग़दीर की हदीस एक सच्ची भविष्यवाणी हदीस है जो सुन्नियों और शियाओं के बीच आवृत्ति के स्तर तक पहुँचती है, जो पैगंबर मुहम्मद (उस पर शांति हो) के अधिकार पर 18 वीं धुल-हिज्जा को वर्ष 10 एएच में सुनाई गई थी। ग़दीर में विदाई तीर्थयात्रा के बाद उनका रास्ता अल-जुहफा के पास खुम कहलाता है।
आवेदन में इस अवसर पर सदन के अनुयायियों के जन्म और समारोह शामिल हैं
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